जिंदगी क्या है? कोई कहता है यह एक एहसास है। कुछ लोगों की तो यह राय है कि जिंदगी एक ऐसी पहेली है जिसे कोई नहीं सुलझा सकता। क्या जिंदगी को समझना सच में इतना कठिन है? यदि यह सच है तो फिर यह सवाल और भी दुविधा पैदा करेगा कि जिंदगी को आसानी से जीआ कैसे जाये? लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। जिस तरह विज्ञान हमें बाहर की दुनिया के हर भेद को समझाता है उसी तरह थोड़ा सा ज्ञान और अनुभव मिल कर हमें बड़ी आसानी से खुशहाल जिंदगी जीने के हुनर सिखा सकता है।इस पुस्तक में जौली अंकल ने कुछ ऐसी ही कहानियां लिखने का प्रयास किया है जो आपकी सकारात्मक सोच और कार्यशैली के बीच परिस्थितियों के अनुसार तालमेल बिठा कर जीवन को आनंदित बना देगी। एक बार आपने सामाजिक, पारिवारिक और व्यावसायिक जीवन में संतुलन बनाने की कला सीख ली तो आप खुद महसूस करेंगे कि किस प्रकार कदम-कदम पर आने वाली चुनौतियों को हंसते-हंसते पार किया जा सकता है। अब तो आप भी कहेंगे कि यह पुस्तक सच में ऐसा वरदान है जो जीवन बनाए आसान।